K-4 बैलेस्टिक मिसाइल का DRDO और भारतीय नौ सेना ने सीक्रेट परीक्षण किया ।

यह सबमरीन से लांच होने वाली मिसाइल है।

युद्ध के समय यदि जमीन की स्थिति ठीक नहीं हुई तो समुद्र से इस मिसाइल को लॉन्च किया जा सकेगा।

न्यूक्लियर हथियार के साथ इसकी क्षमता 3500 किमी. है।

समुद्र में किसी सबमरीन से इस मिसाइल का पहली बार सफल परीक्षण हुआ।

K-4 बैलेस्टिक मिसाइल की लॉन्चिंग INS Arighat से की गई।

इस प्रोजेक्ट से देश के न्यूक्लियर ट्राइड की ताकत मिल जाती है।

इसके पहले भारतीय नौ सेना K-15  मिसाइल का उपयोग कर रही थी।

K-15 की तुलना में K-4  ज्यादा बेहतर, सटीक और आसानी से ऑपरेट होने वाली मिसाइल है।

दो स्टेज वाली यह मिसाइल सॉलिड रॉकेट मोटर से चलती है।