मनोकामना पूर्ति हेतु चौपाई-

कवन सो काज कठिन जग माही। जो नहीं होइ तात तुम पाहीं।।

भय निवारण हेतु चौपाई -

रामकथा सुन्दर कर तारी। संशय बिहग उड़व निहारी।।

सुख संपत्ति प्राप्ति हेतु चौपाई -

जे सकाम नर सुनहिं जे गावहिं। सुख संपत्ति नानाविधि पावहिं।।

शत्रु के विनाश हेतु चौपाई -

बयरू न कर काहू सन कोई। रामप्रताप विषमता खोई।।

रोग एवं दुख के विनाश हेतु चौपाई -

दैहिक दैविक भौतिक तापा। राम राज नहिं काहुहिं ब्यापा।।

ज्ञान की प्राप्ति हेतु चौपाई-

गुरु गृह गए पढ़न रघुराई। अल्पकाल विद्या सब आई।।

विपत्ति नाश के लिए चौपाई -

राजीव नयन धरें धनु सायक। भगत बिपति भंजन सुखदायक।।

कारोबार करने या बढ़ाने के लिए चौपाई -

बिस्व भरन पोषन कर जोई। ताकर नाम भरत असहोई।।